Monday 6 February 2017

आहार जी, टीकमगढ़ म.प्र.

जैन तीर्थस्थल परिचय 

⚜बुंदेलखंड यात्रा⚜

संख्या - 2

जय जिनेन्द्र ।।
मैं सुलभ जैन (बाह) आज दिन रविवार की भाव वंदना में पपौरा जी के अतिशयकारी दर्शनों के बाद आपको लिए चलते है, सिद्ध परमेष्ठियों की मंगल भूमि श्री आहार जी ।। इस क्षेत्र की विस्तृत जानकारी इस प्रकार है !

आहार जी, टीकमगढ़ म.प्र.

श्री दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र आहारजी बहुत प्राचीन पवित्र स्थान है, यह ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक पहलुओं के दृश्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ जमीन से प्राप्त हुई जैन मूर्तियों और जैन मंदिरों के प्राचीन अवशेस भारी मात्रा में यहाँ मौजूद हैं । यहाँ चट्टानों पर शिलालेख द्वारा वि. सं 1100 - 1500 के समय का उल्लेख है, यहाँ के राजा मदन वर्मदेव  के नाम पर इस जगह का प्राचीन नाम मदनसागरपुर था ! मदनसागर के नाम से एक तालाब अभी भी यहाँ मौजूद है !

अतिशय :-  जब एक माह की व्रत के बाद, एक तपस्वी संत को यहां एक यक्षिणी द्वारा उपसर्ग किये जाने पर आहार (भोजन) मिला तभी से इस जगह का नाम आहारजी के रूप में प्रसिद्ध हो गया ! काफी इतने सारे लोग अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए यहां आते हैं।

मुख्य मंदिर एवं प्रतिमाये:- यहाँ मुख्य मंदिर श्री 1008 शांतिनाथ मंदिर जी का है ! भगवान शांतिनाथ , की प्रतिमा के दोनों तरफ भगवान कुंथुनाथ और भगवान अरहनाथ की प्रतिमाये है ! भगवान शांतिनाथ जी की 18 फीट ऊंची प्रतिमा अति मनोहर है।

मुख्य मंदिर से अलावा यहाँ अन्य 7 मंदिर हैं। जमीन के अंदर यहाँ वि.सं. 1109-2055 समयकाल के 97 भव्य मंदिर भी है !

सिद्दक्षेत्र से, 1 किमी दूर पहाड़ी की चोटी पर निर्वाण क्षेत्र (मोक्ष की जगह) है, यहाँ मदन तालाब नाम का एक छोटा सा तालाब, सिद्धों की पहाड़ी, सिद्धों की गुफा भी प्रसिद्ध हैं।

मुख्य मंदिर के आसपास तीन युगों की चौबीसी (24 तीर्थकरों की वर्तमान, भूत और भविष्य) विद्यमान है ! 12 वीं सदी में यहाँ मुख्य मंदिर का निर्माण हुआ और मूलनायक भगवान शांतिनाथ की प्रतिमा वि.सं 1237 में स्थापित की गयी थी  !

यह आहारजी सिद्धक्षेत्र, टीकमगढ़ से छतरपुर के बीच में सड़कमार्ग पर स्थित है ! ट्रेन मार्ग से - रेलवे स्टेशन ललितपुर 83 किमी, झांसी में 120 किमी, मऊरानीपुर 62 किमी

संकलनकर्ता
सुलभ जैन



पवा, अहार, पपौरा, नाबई, सोनागिर, नैनागिर,

खजुराहो, थूबोन चंदेरी, देवगढ़ अरू द्रोणागिर।

बंधा, मदनपुर और करगुवां, जैन तीर्थ हैं भारी

तीर्थ क्षेत्र बुंदेलखण्ड के अनुपम अतिशय भारी॥

3 comments:

  1. Sulabh Ji I want to visit deogarg, chanderi, paporo, ahaar ji. Please suggest me a program covering all these . I am from Delhi and have 5 to 6 days.

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  2. जय जिनेन्द्र

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  3. संकलनकर्ता 8808829129 पर संवाद कर ले
    कुछ जानकारी अपडेट हेतु

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